मैं , लेखनी और ज़िन्दगी
Writer and Poet. Play with words to express feelings.
Wednesday, June 12, 2013
जरुरत
हुयी है आज बारिश और तन मन को भिगोती है
सर्दी हो या गर्मी हो किस्मत आज रोती है
किस्मत बनाने बाले .क्या नहीं तेरे खजाने में
देता क्यों उनको है ,जरुरत जिनको नहीं होती है
प्रस्तुति:
मदन मोहन सक्सेना
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)