Sunday, September 13, 2015

मेरी पोस्ट ग़ज़ल(क्या खोया और क्या पाया )आपका ब्लॉग ए बी पी न्यूज़ में



मेरी पोस्ट ग़ज़ल(क्या खोया और क्या पाया )आपका ब्लॉग ए बी पी न्यूज़ में


प्रिय   मित्रों मुझे बताते हुए बहुत हर्ष हो रहा है कि मेरी पोस्ट ग़ज़ल(क्या खोया और क्या पाया )आपका ब्लॉग ए बी पी न्यूज़ में शामिल की गयी है।  आप भी अपनी प्रतिक्रिया से अबगत कराएं।






Your Post new blog entry entitled "क्या खोया और क्या पाया " has been approved by our content moderator! Other visitors to आपका  ब्लॉग will now be able to view it.  You can visit  .

http://aapkablog.abplive.in/life-style/2014/4/%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%96%E0%A5%8B%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%AA%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%BE

to view it yourself.  Regards, The आपका  ब्लॉग team</p>









क्या खोया और क्या पाया

अँधेरे में रहा करता है साया साथ अपने पर
बिना जोखिम उजाले में है रह पाना बहुत मुश्किल

ख्बाबो और यादों की गली में उम्र गुजारी है
समय के साथ दुनिया में है रह पाना बहुत मुश्किल

कहने को तो कह लेते हैं  अपनी बात सबसे हम
जुबां से दिल की बातो को है कह पाना बहुत मुश्किल

ज़माने से मिली ठोकर तो अपना हौसला बढता
अपनों से मिली ठोकर तो सह पाना बहुत मुश्किल

कुछ पाने की तमन्ना में हम खो देते बहुत कुछ है
क्या खोया और क्या पाया कह पाना बहुत मुश्किल


मदन मोहन सक्सेना